सेक्सन 375 और पुरुष सशक्तिकरण

 

सेक्सन 375 . यकीनी तौर पर कहना मुनासिब होगा कि यह बोलीवुड में बनी अब तक की सबसे बेहतरीन कोर्ट रूम ड्रामा फिल्म है. फिल्म के बहाने महिला सशक्तिकरण और बलात्कार के उन पहलुओं पर विचार किया गया है, जिसे आमतौर पर छोड़ दिया जाता है. फिल्म इसी कोर्टरूम ड्रामा पर बनी तमाम फिल्मों जिसमें मिहला शक्तिकरण का मुद्दा भी शामिल था, जैसे पिंक, जोली एलएलबी, ओ माय गॉड इत्यादि. हालांकि मेरे जैसे दर्शक ने पहले 20 मिनट में फिल्म को आधार सहित प्रिडिक्ट कर सकता है, पर फिर भी फिल्म में भर भर कर थ्रिल है.

ऋचा चड्डा सहित सभी कलाकारों ने अपने भूमिका के साथ न्याय किया है. फिल्म को भले पुरुष की त्रासदी को ध्यान में रख कर बनाया गया है पर हरेक स्त्री और उनके परिजनों को भी इसे देखना आवश्यक है क्योंकि फिल्म वास्तविक परिस्थिति की बात करती है. कि जब एक महिला के साथ घिनौना कृत्य किया जाता है तो उसे और उसके परिजन को किस प्रकार रिएक्ट करना चाहिए.   

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