communist nexus to UNHRC
हाल ही में संयुक्त राज्य मानवाधिकार संगठन ने उच्चन्यायालय में नागरिकता संसोधन अधिनियम(CAA) के खिलाफ़ सुप्रीमकोर्ट में एक याचिका दायर किया. आइये इस संगठन का कम्युनिस्ट नेक्सेस समझते हैं.
वर्तमान में इस संगठन की कमिसनर मिशेल बेचलेट हैं.
बेचलेट चीली के सोसलिस्ट पार्टी की लीडर रह चूंकीं हैं. वो चीली की राष्ट्रपति भी रह चुकीं हैं. बताने की जरुरत नहीं चीली एक कम्मुनिस्ट देश है और अपने कार्यकाल के दौरान बेचलेट विपक्षी पार्टी के नेताओं के खिलाफ़ अमानवीय व्यवहार करती थीं. कम्युनिस्ट और अमानवीयता कोई नई बात नहीं है. पर UNHRC के पूर्व कमिशनर का भी रिकार्ड कुछ ऐसा ही था. पूर्व अध्यक्ष सऊदी अरब के जायद हुसैन थे.
इसे ऐसे समझिये कि समाज का सबसे दबंग गुंडा अक्सर नेता बन जाता है. अन्तर्राष्ट्रीय समाज भी इससे अलग नहीं है.
भारत की जितनी भी कम्मुनिस्ट पार्टियाँ हैं वो अन्तराष्ट्रीय स्तर पर एक दूसरे से मिलकर ही काम करती हैं. धुल फांकती यहां के कुम्मुनिस्ट राजनीति को यूएन की कमिशनर थोड़ी हवा दे रहीं हैं और कुछ नहीं.
वर्तमान में इस संगठन की कमिसनर मिशेल बेचलेट हैं.
बेचलेट चीली के सोसलिस्ट पार्टी की लीडर रह चूंकीं हैं. वो चीली की राष्ट्रपति भी रह चुकीं हैं. बताने की जरुरत नहीं चीली एक कम्मुनिस्ट देश है और अपने कार्यकाल के दौरान बेचलेट विपक्षी पार्टी के नेताओं के खिलाफ़ अमानवीय व्यवहार करती थीं. कम्युनिस्ट और अमानवीयता कोई नई बात नहीं है. पर UNHRC के पूर्व कमिशनर का भी रिकार्ड कुछ ऐसा ही था. पूर्व अध्यक्ष सऊदी अरब के जायद हुसैन थे.
इसे ऐसे समझिये कि समाज का सबसे दबंग गुंडा अक्सर नेता बन जाता है. अन्तर्राष्ट्रीय समाज भी इससे अलग नहीं है.
भारत की जितनी भी कम्मुनिस्ट पार्टियाँ हैं वो अन्तराष्ट्रीय स्तर पर एक दूसरे से मिलकर ही काम करती हैं. धुल फांकती यहां के कुम्मुनिस्ट राजनीति को यूएन की कमिशनर थोड़ी हवा दे रहीं हैं और कुछ नहीं.
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