जनता कर्फ्यू का इतिहास.

आज दिन भर की ख़ामोशी के बाद जब पूरा भारत एक साथ खड़ा हुआ तो उस शख्स को याद करना चाहिए जिसने यह सब शुरू किया था पर उसका भरपूर मजाक उसी लहजे में उड़ाया गया जैसा मानसिक लंगड़ों ने प्रधानमंत्री के थाली प्रवचन का उड़ाया था. जिसने यह सब शुरू किया वो दलित है, पर उसका मजाक उड़ाए जाने के बाद भी वह 'दलित विक्टिम कार्ड' नहीं खेल पाया. उसका संबंध महारष्ट्र से है और वो अक्सर तंज भरे लयबद्ध कविताओं के कारण संसद में स्टैंडअप कॉमेडियन बन जाता है. उसे अब तक भी आप नहीं पहचान पाए तो यह पोस्ट आपके लिए नहीं है.

जिस ख़ामोशी को प्रधानमंत्री ने जनता कर्फ्यू का नाम दिया उसका प्रयोग आजादी के पहले और बाद भी, हमेशा  सरकार के खिलाफ़ ही होता आया है.  माना जाता है कि यह भारत छोड़ो आन्दोलन से लिया गया है. आजादी के बाद इस तरह का प्रयोग 1974 में सरकार के खिलाफ़ ही हुआ था. सार्वजनिक जीवन में व्याप्त भ्रष्टाचार और आर्थिक तंगहाली से परेशान होकर, गुजरात के मध्यम वर्ग और छात्रा-छात्रों ने 'नवनिर्माण आन्दोलन' किया. 60 से अधिक दिनों तक चले इस आन्दोलन के दौरान कई बार सरकार के खिलाफ़ जनता ने 'जनता कर्फ्यू' लगाया.

खास बात यह है कि उस वक्त नरेंद्र मोदी एबीभीपी के प्रचारक थे और इस आन्दोलन में उन्होंने बढ़-चढ़ कर हिस्सा लिया था. इस आन्दोलन के कारण महज एक साल पुरानी गुजरात की सरकार को अपना कदम पीछे खींचना पड़ा और 1975 में विधानसभा चुनाव कराना पड़ा था. यह सब अद्वितीय ही था क्योंकि राज्य में चीमनभाई पटेल मुख्यमंत्री थे और केंद्र में इंदिरा गाँधी की सरकार थी, मतलब दोनों जगह कोंग्रेस की सरकार होने के वाबजूद कोंग्रेस को कदम पीछे खींचना पड़ा था.

1975 के चुनाव में गुजरात में कोंग्रेस की हार होती है और दूसरी तरफ इंदिरा गांधी का भी निर्वाचन रद्द कर दिया जाता है. तत्पश्चात आपातकाल का दौर शुरू होता है.

इसके अलावे, 1960 में गुजरात में कच्छ को शामिल करने के लिए भी इसका उपयोग किया गया था, जब महाराष्ट्र के तत्कालीन मुख्यमंत्री मोरारजी देसाई कच्छ को महाराष्ट्र में शामिल करने को लेकर अड़े थे. 

हाल फ़िलहाल में, 2013 का वो वाकया जब दार्जलिंग के लोगों ने अलग राज्य बनाने की मांग की थी तो एक बार फिर जनता कर्फ्यू देखने को मिला था. 370 हटाने के बाद कश्मीर में भी कुछ ऐसा ही देखने को मिला.

खैर, थाली बजाने से क्या होता ये पढ़ने के लिए कमेंट में दिए लिंक पर क्लिक करें-

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