आई डेसपेरेटली मिस यू गौरी लंकेश..!!

Gauri Lankesh murder, SIT has got clues, says Karnataka ...
जब से होश सम्भाला है, एक या दो होली याद है मुझे, जिसे मैंने पुरे जोश से मनाया हो. फूहड़ संगीत, संवाद और आदतों के कारण मैं इससे दूर होता गया.  इस दिन घर के बाहर के सडकों को मैं बस खिडकियों से झांक कर रह जाता हूँ. कभी-कभी शाम होने पर बड़ों का आशीर्वाद लेना मुझे याद है. एक चीज जो होली में मुझे पसंद है, शानदार व्यंजन, खाने के लिए. हरेक भारतीय पर्व के साथ खाने-पीने को लेकर कुछ अलग विशेषताएं जुड़ी  ही होती हैं. हां होली के दिन के भांग या फिर संभ्रांत परिवारों में एमडीएम्ए(मिथ्य्ल डाईओक्सी मेथाम्पिथ आमयिन) की अपनी जगह है. इस सब के बाबजूद यदि पूछा जाये कि उनके साथ होली कैसे खेला जाय जो होली नहीं खेलना चाहते? आप उत्तर का पता कीजिये. यदि उत्तर मालूम हो तो आपकी होली हो गयी, आप जा सकते हैं. नहीं तो जवाब पाने के लिए आगे बढ़ते जाईये.

भारत में आप किसी भी चीज को त्योहार का नाम देकर उसे जस्टिफाई कर सकते हैं. जैसे कि जलिकट्टू, या फिर वो पर्व जिसमें हिन्दू लड़कियां अपने पति के सर पर किसी मजबूत वस्तु से प्रहार करती हैं. इसके अलावा मुस्लमान जब सार्वजनिक रूप से एक दुसरे के ऊपर कोड़े बरसाते हैं. कल को यदि सरकारें बेरोजगारी को भी त्योहार घोषित कर दे तो रोजगार प्राप्त लोग भी उसे मनाने के लिए अपनी नौकरी छोड़ देंगें. कई राज्य सरकारें बेरोजगारी भत्ता देकर इस दिशा में आगे भी बढ़ रही  हैं.

पूरे देश में होली अच्छाई की बुड़ाई पर जीत के प्रतीक के रूप में मनाया जाती है. हिन्दुओं के साथ छतीस का अकड़ा होने के वाबजूद भी वामपंथियों ने किताबों में यही लिखा है. पर अचानक  वो सबकी में नजर अच्छा बन जाता है जो इस दिन किसी के साथ बद्तमीजी कर रहा हो.

हम कहते हैं 'होली खेलें'. इस हिसाब से यह एक खेल हुआ, अंग्रेजी में 'स्पोर्ट्स'. इस तरह इसके कुछ नियम होने ही चाहिए. शायद किसी भी स्पोर्ट्स का सबसे बेसिक नियम यह होगा कि इसे उसी के साथ खेला जाय जो इसे खेलना चाहता है. पर इसे इस तरह खेला जाता है कि फुटबाल खेलते समय रोनाल्डो पागल हो गया हो और बजाय गोलपोस्ट में किक करने के वो किसी दर्शक को बेमतलब किक कर रहा हो. या क्रिकेट मैच के वक्त फिल्डर स्टंप के ऊपर थ्रो करने के बजाय किसी दर्शक, अम्पायर या कमेंटेटर के ऊपर थ्रो कर रहा हो. ये सब करने के बाद फिल्डर का लोजिक भी दे रहा हो कि बुड़ा ना मानो क्रिकेट है.

जलिकट्टू फिर भी ठीक है कि इसमें जान माल की क्षति अनजाने में नहीं होती. पर होली में क्या पता जलिकट्टू का सांड आपके दरवाजे को खटखटा रहा हो.

इस सब के अलावा पानी की अताह बर्बादी के लिए, हम क्या जवाब देंगें आने वाली जेनरेसन को? हिन्दू अस्मिता की रक्षा का ऐसा दौर चला है कि कोई त्योहारों की बुड़ाइयों  पर भी सवाल नहीं उठा सकता. ऐसी हिम्मत काफी कम लोग ही का पाते हैं क्योकि उन्हें डर होता की होली के बाद भी उनकी 'होली' मन सकती  है.

तमाम अच्छाइयों से युक्त भारतीय त्योहारों को हुरदंगी प्रकृति से बचाने के लिए 'प्राउड हिन्दुओं' को आगे आना चाहिए.

आई डेसपेरेटली मिस यू गौरी लंकेश..!!

और अंत में उसके साथ होली कैसे खेलें जो इसे नहीं खेलना चाहता हो? सरल उत्तर - न खेलें.

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